
मीठा तो हर किसी को पसंद आता है जब जलेबी की बात की जय तब हमारे मुंह में पानी आ जाता है. जलेबी भारत की एक लोकप्रिय मिठाई है. यहां खाने में बहुत मीठी और कुरकुरी होती है. बड़े और बच्चे इसे बहुत ही चाव से खाते हैं. अगर हमें गरम गरम जलेबी मिल जाए तो इसका मजा ही आ जाता है. इसे त्योहार और किसी खास दिन पर बना कर खा सकते हैं.
यहां हमें हलवाई की दुकान पर आसानी से मिल जाती है. आज हम आपको जलेबी बनाने का तरीका बता रहे हैं. इसे अपने घर पर बहुत ही आसानी के साथ बना सकते हैं. हमें इसे बनाना बहुत ही मुश्किल लगता है लेकिन ऐसा नहीं है इसे बनाना बहुत ही आसान है. मैदा और दही को मिलाकर इसका एक घोल तैयार किया जाता है. जिलेबी को फ्राई करने के बाद चाशनी में मिलाया जाता है.
यहां एक केसरी या पीले रंग की मिठाई है. जलेबी को हम दो तरीके से बना सकते हैं. पहला तरीका घर पर ही पूरे सामग्री को तैयार करें और दूसरा तरीका इंस्टेंट जलेबी का इस्तेमाल कर सकते हैं. अगर हम स्वाद के अनुसार देखा जाए तो घर पर सामग्री से बनाई जाने वाली जलेबी बहुत ही स्वादिष्ट और कुरकुरी होती है.
आज हम आपको घर पर बनाई जाने वाली स्वादिष्ट और कुरकुरी जलेबी रेसिपी बनाना बताएंगे. तो आइए हम सीखते हैं. इस तरीके से आप स्वादिष्ट और कुरकुरी जलेबी अपने घर पर बहुत ही आसानी से बना सकते हैं.
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जलेबी बनाने की सामग्री
मैदा 1 कप
दही ½ कब
तेल या घी (फ्राई करने के लिए)
कपड़ा जिसके बीच में छेद हुआ हो
चीनी 2 कप
संतरी कलर थोड़ासा
जलेबी बनाने की विधि – Jalebi Kaise Banti Hai
सबसे पहले हमें जलेबी बनाने के लिए मैदे और दही मिलाकर इसका गाढ़ा बैटर तैयार कर लीजिए.
अगर हमें जरूरत पड़ने पर पानी भी इसमें डाल सकते हैं.
6 से 7 घंटे के लिए इसमें खमीर उठने को रख दीजिए.
जब हमारा बैटर गुदागुदा हो जाए और ऊपर छाग दिखने लगेगा, तब चाशनी तैयार कर लीजिए.
अब पानी और चीनी को मिलाकर हल्की आंच पर चाशनी को बनाएं.
कुछ समय के लिए तेज आंच पर चाशनी गाढ़ा करे और इसमें संतरा कलर थोड़ा सा मिला लीजिए.
जब चाशनी तार छोड़ने लगेगी, तब इसे गैस पर से उतार कर हल्का ठंडा कर लीजिए.
एक पैन लेकर उसमें तेल या घी डालकर गैस पर गरम होने के लिए रखिए.
तेल के गर्म हो जाने पर, अब कपड़ा में बैटर डालकर गर्म तेल में दबाए. अब इसे मीडियम आंच पर पकाएं.
जब जलेबी हल्की सी ब्राउन होने लगे, तब इसे बाहर निकाल कर चाशनी मैं डाल दीजिए.
2 मिनट तक चाशनी में इन्हें भीगने दीजिए. अब हमारी गरम गरम जलेबी बनकर तैयार है. इसका खूब मजा ले.
टिप्स: जलेबी का बैटर बहुत ज्यादा गाढ़ा बहुत ज्यादा पतला नहीं बनाना चाहिए. इसका आप जरूर ध्यान रखें.
चाशनी कितनी देर में बनती है?
चाशनी बनाने के लिए हमें 5 मिनट का समय लगता है. चाशनी बनाने के लिए पानी और चीनी को मिलाकर हल्की आंच पर चाशनी को बनाएं. कुछ समय के लिए तेज आंच पर चाशनी गाढ़ा करे और इसमें संतरा कलर थोड़ा सा मिला लीजिए. जब चाशनी तार छोड़ने लगेगी, तब इसे गैस पर से उतार कर हल्का ठंडा कर लीजिए.
जलेबी गोल क्यों है?
जलेबी गोल होने का कारण यहां है कि गोल जलेबी में रस भरा हुआ रहता है इसी के कारण जलेबी का गोल बनाया जाता है. जलेबी बनाने के बाद चाशनी में डुबाया जाता है. गोल होने की वजह से जलेबी में में रस आसानी से ज्यादा मात्रा में खिल जाता है.
जलेबी की चाशनी बनाने की विधि
पानी और चीनी को मिलाकर हल्की आंच पर चाशनी को बनाएं.
कुछ समय के लिए तेज आंच पर चाशनी गाढ़ा करे और इसमें संतरा कलर थोड़ा सा मिला लीजिए.
जब चाशनी तार छोड़ने लगेगी, तब इसे गैस पर से उतार कर हल्का ठंडा कर लीजिए.
जलेबी कितने दिन में खराब होती है?
जलेबी हम 1 दिन तक रखकर इसे खा सकते हैं. लेकिन गरम गरम जलेबी खाने में काफी स्वादिष्ट होती है. लोग तो अक्सर गरम गरम जलेबी खाना ही पसंद करते हैं.
1 जलेबी में कितनी कैलोरी होती है?
1 जलेबी में कम से कम 143 कैलोरी होती है और जलेबी का सेवन करने से हमारे शरीर में एनर्जी मिलती हैं और दिमाग तेज होता है. सुबह सुबह जलेबी का सेवन करने से हमारे शरीर में एनर्जी और दिमाग तेज से काम करता है. सुबह सुबह हम नाश्ते के लिए जलेबी का सेवन कर सकते हैं. बच्चे और बड़े इसे खूब पसंद से खाएंगे.
ढाई सौ ग्राम जलेबी में कितनी कैलोरी होती है?
ढाई सौ ग्राम जलेबी में काफी ज्यादा कैलरी होती है. जलेबी के एक टुकड़े 25 ग्राम जलेबी में 88.8 से ज्यादा कैलोरी हो सकती है.
जलेबी खाने से क्या क्या फायदे हैं?
जलेबी खाने के फायदे – Jalebi Khane ke Fayde
अगर आप दुबले पतले हैं तो जलेबी का सेवन करने से वजन बढ़ता है.
सर्दी जुकाम कम करने में मदद करता है.
सिर दर्द को कम करने में मदद करता है.
जलेबी का सेवन करने से एनर्जी भरपूर आती है.
सुबह खाली पेट जलेबी खाने से क्या होता है?
सुबह खाली पेट जलेबी का सेवन करने से हमारे शरीर में बहुत सारी एनर्जी मिलती है. इसका सेवन करने से दिमाग को बढ़ने में मदद करता है. जलेबी को खाली पेट खाने से काफी सारे फायदे मिलते हैं.
जलेबी नारंगी क्यों होते हैं?
केसर कलर अत्यंत महत्वपूर्ण है. जलेबी कारन देखने में नारंगी का रहता है. जलेबी के रंग को हम ऑरेंज कलर भी कहते हैं. यहां रंग जलेबी को शानदार नारंगी रंग देने में मदद करता है. जलेबी खाने में स्वादिष्ट होती है. इसे देखते ही मुंह में पानी आ जाता है. खाने का मन करता है.
जलेबी और इमरती में क्या अंतर है?
जलेबी को मैदे से बनाया जाता है और इमरती को उड़द की दाल से बनाते हैं. इन दोनों में से देखा जाए तो जलेबी ही बहुत स्वादिष्ट बनती है.
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